तो क्या जोगिंग का सीधा संबंध सेक्स जीवन से हो सकता है? कहना मुश्किल है परंतु एक नए अभ्यास के अनुसार जो लोग नियमित जॉगिंग करते हैं उनका सेक्स जीवन ऐसा ना करने वाले लोगों की अपेक्षा कहीं अधिक अच्छा होता है.
ब्रिटेन में किए गए एक सर्वे के नतीजे इसी ओर इशारा करते हैं. इस सर्वे में 1000 जोगिंग करने वाले लोगों और 1000 ऐसा नहीं करने वाले लोगों से सवाल पूछे गए थे. सु राइडर केर नामक एक स्वयंसेवी संस्था द्वारा करवाए गए इस सर्वे के नतीजे बताते हैं कि हर 10 में से 1 जॉगर दिन में एक बार सेक्स में लिप्त होते हैं. इसके अलावा 3% जॉगर्स ने स्वीकार किया कि वे प्रतिदिन कम से कम 2 बार यौनक्रिडा करते हैं.
परंतु जो लोग जॉगिंग नहीं करते उनका सेक्स जीवन इतना सक्रीय नहीं होता है. जॉगिंग नहीं करने वाले प्रति 100 में से 4 लोगों ने माना कि वे महिने में एकाध बार ही कामक्रिडा में लिप्त होते हैं.
इस सर्वे से और भी कई रोचक जानकारियाँ प्राप्त हुई. उदाहरण के लिए प्रति 10% पुरूष जॉगर दौड लगाते समय सेक्स के बारे में सोचते है परंतु महिलाओं में यह दर मात्र 5% ही है. करीब 50% महिलाएँ दौड़ लगाते समय सेक्स के बारे में नहीं सोचती बल्कि यह सोचती हैं कि इस कसरत से उनके स्वास्थ्य पर क्या सकारात्मक असर होगा.
करीब 25% पुरूष जॉगर ने स्वीकार किया कि वे मानते हैं कि जॉगिंग करने के लिए जाने से वे अन्य महिलाओं के साथ फ्लर्ट कर सकेंगे. 75% पुरूष जॉगर ने स्वीकार किया कि जॉगिंग के दौरान उन्होनें अपरिचित महिलाओं से वार्तालाप किया है.
इस सर्वे से पता चलता है कि जॉगिंग को लेकर पुरूष और महिलाओं की मान्यताएँ और प्राथमिकताएँ काफी हद तक अलग अलग है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment