Thursday, April 2, 2009

भारत का “एयरफोर्स वन” कैसा है


अमेरिका के राष्ट्रपति जिस विशेष विमान में बैठ कर मुसाफरी करते हैं उसे “एयरफोर्स वन” कहा जाता है. इस श्रेणी के दो विमान हमेशा तैयार रहते हैं और इनमें से किसी एक में बैठकर राष्ट्रपति अपना प्रवास करते हैं.
अब भारत ने भी कुछ इसी तरह के विमान प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए बनवाए हैं. इनमें से एक विमान ने कल पहली बार आधिकारिक उड़ान भरी और इसमें सफर करने का मौका राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को मिला.
वायुसेना का यह विशेष विमान हर प्रकार की आधुनिक सुविधाओं से लैस है और इसमें सुरक्षा मानकों का भी विशेष रूप से ध्यान रखा गया है. यह विमान परमाणु हमला झेलने में भी सक्षम है और इस प्रकार के किसी भी हमले के समय अतिविशिष्ट व्यक्ति को बचा सकता है. इसके अलावा इसमें मिसाइल रोधी तकनीकें लगाई गई है, जिससे विमान पर मिसाइल द्वारा हमला होने पर विमान का बचाव हो सके.

इस विमान में रेडियो वर्टिकल सेपरेशन सुविधा है, जिससे विमान के आसपास कोई दूसरा विमान उड़ान नहीं भर पाता है. इसकी अन्य सुविधाओं मे शामिल हैं ड्युअल फ्लाइट मैनेजमेंट, ऑटो लेंडिंग, इंटरनल नेविगेशन सिस्टम आदि.
इस विमान में एक समय में कुल 46 मुसाफिर यात्रा कर सकते हैं. यह विमान लगातार 11,100 किमी तक उड़ान भर सकता है और 41000 फूट की ऊँचाई पर 800 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है.
इस विमान में एक वीवीआईपी रूम, कांफ्रेंस रूम, एक्ज़ेक्यूटिव ऑफिस, डबल बेडरूम, तथा मनोरंजन की कई सुविधाएँ हैं. प्रधानमंत्री विमान में बैठे बैठे ही अपना सारा काम काज कर पाएंगे और देश के सम्पर्क में रह पाएंगे. इस विमान के माध्यम से पीएमो और पीएम हमेशा सम्पर्क में रहेंगे.
इस बोइंग 747 विमान में अमेरिका की जनरल मोटर्स और फ्रांस की सीएफेम56 के बनाए इंजिन लगाए गए हैं और इसकी लागत है 934 करोड़ रूपए. ऐसे तीन विमान खरीदे जा रहे हैं.

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