वे दिन हवा हुए जब मां बनते ही कैरियर के साथ-साथ फिटनेस की भी ऐसी-तैसी हो जाती थी। पर आज समय बदल गया है। आज की महिलाएं जानती हैं कि मां बनना जीवन की सामान्य स्थिति है, इसलिए अपनी भावनात्मक व शारीरिक बदलावों को अनदेखा करने की जरूरत नहीं है
जब मीडिया में ऐश्वर्या रॉय बच्चन के प्रेग्नेंट होने की खबर आई, तो लोगों को लगा कि ऐश्वर्या के ग्लैमर का जादू अब देखने को नहीं मिलेगा। आखिर वो मां जो बन गई हैं। मां यानी गोल-मटोल पारंपरिक वेश और बच्चों की देखरेख में खुद को भुला देने वाली शख्सियत। पर उन अटकलों पर विराम लगाते हुए ऐश्वर्या फिर से सक्रिय होने के मूड में हैं। एक बेबी को जन्म देने के बाद ऐश्वर्या पहले जैसी लुक पाने के लिए सीनियर ट्रेनर की मदद ले रही हैं।
वो अब जल्द ही फिल्मों में वापसी कर रही हैं। हालांकि यह सच है कि शादी होते ही फिल्म इंडस्ट्री में हीरोइनों की डिमांड कम होने लगती है और बच्चे को जन्म देते ही कैरियर को गुड बाय करने का समय आ जाता है, लेकिन बदलते समय और कैरियर के प्रति सजग महिलाओं ने इस परिभाषा को बदल दिया है। दो बच्चों को जन्म देने के बाद धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित ने भी बॉलीवुड में वापसी की है। करिश्मा कपूर भी और ग्लैमरस होकर फिल्मों में वापसी के लिए तैयार हैं। मलाइका अरोड़ा खान ने मां बनने के बाद भी अपनी हॉट इमेज को बरकरार रखा है।
लटके-झटके वाले आइटम डांस ‘मुन्नी बदनाम हुई...’ से साबित कर दिया कि आइटम डांस आज भी उनके बिना अधूरे हैं। सोनाली बेंद्रे ने भी मां बनने के बाद फिर से अपनी ग्लैमरस छवि के बलबूते रियलिटी शो ‘टैलेंट हंट’ में जज की भूमिका निभाई। काजोल दो बच्चों की मां होकर स्लिम-ट्रिम हैं। रवीना टंडन, जूही चावला, नंदिता दास जैसी और कई अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने अपनी डाइट और फिटनेस का ख्याल रखकर अपने को चुस्त-दुरुस्त रखा है और कैरियर में सक्रिय भी हैं।
सच! आज की न्यू मॉम जानती हैं कि कैसे उसे मां बनने के अनोखे अनुभव को महसूस करते हुए अपने जीवन की डिमांड को भी तवज्जो देनी है। और यह तभी संभव है जब आप पोषक तत्वों से भरपूर सही और भरपूर डाइट लें। पूरी नींद लेने के साथ योगा और एक्सरसाइज भी करें। एक सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि ग्रूमिंग आपके टैलेंट को और बेहतर बनाती है, साथ ही आपके अंदर आत्मविश्वास जगाती है। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, टॉप की कॉरपोरेट कंपनियां अब अपने उन महिला कर्मचारियों को दोबारा बुलाने में ज्यादा रुचि ले रही हैं, जो प्रेग्नेंसी के कारण कैरियर ब्रेक ले चुकी हैं। कारण कंपनियां अपने उस कर्मचारियों को बेहतर समझती हैं।
मन का बंधन तोड़ेंमैक्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. समीर पारेख कहते हैं, ‘मां बनने का अनुभव दुनिया का सबसे अनोखा अनुभव है, मगर साथ ही आपका खुद का भी व्यक्तित्व है। इसे किसी एक रिश्ते में बांधकर जीने से जीवन बोझिल लगने लगता है। इसलिए मां बनने के बाद मेडिकल एडवाइस को नजरअंदाज न करें। यदि आप वर्किंग हैं और काम पर फिर वापस लौटना है, तो फिटनेस के प्रति लापरवाही बिल्कुल न बरतें। अपने बच्चे के प्रति ईमानदार रहें और उसे पर्याप्त समय दें। छुट्टियों में भी अपने डेली रुटीन को बनाए रखने की कोशिश करें। परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय गुजारें और मस्ती करें। एक या दो बच्चों की मां हैं, यह सोचकर खुद को भूलने के बजाय एक-एक पल का भरपूर आनंद उठाइए व एंजॉय करिए।’ यदि आपकी पहली प्राथमिकता आपका बच्चा है, तो दूसरी प्राथमिकता में आपकी अपनी इच्छाएं और आकांक्षाएं भी होनी चाहिए। यदि आप असंतुष्ट रहेंगी, तो कभी भी दूसरों को संतुष्ट नहीं रख पाएंगी। अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने प्रति भी ईमानदार बनिए। दिनचर्या का एक सामान्य टाइम टेबल बनाएं और उसे फॉलो करें। इससे आपका समय और एनर्जी दोनो बचेंगी।
बॉडी की फिटनेस पर दें ध्यानफिटनेस एक्सपर्ट याश्मीन मनक कहती हैं, ‘आज फिटनेस प्री और पोस्ट डिलिवरी बेहद महत्वपूर्ण है। प्रेग्नेंसी के अलग-अलग सेमेस्टर में भिन्न प्रकार की एक्सरसाइज की जाती है। लेकिन कोई भी सेशन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की राय जरूर लें। दूसरे बिना फिटनेस एक्सपर्ट के कोई एक्सरसाइज न करें। ब्रिस्क वॉक आप पूरे समय कर सकती हैं। आपका केस नॉर्मल है या सिजेरियन इस पर भी आपकी एक्सरसाइज निर्भर करती है। नॉर्मल डिलिवरी के दो या तीन सप्ताह के बाद कोई भी महिला वॉकिंग और स्ट्रेचिंग जैसी वर्कआउट शुरू कर खुद को फिट रख सकती है। मेरे पास ऐसी युवतियों की कमी नहीं, जो प्रेग्नेंसी से पहले ही एक्सरसाइज पर ध्यान देने लगती हैं। ऐसी महिलाओं को पहले की तरह शेप में आने में जरा भी देर नहीं लगती। अगर आप भी अपने शरीर के प्रति जागरूक हैं, तो हेल्दी तरीके अपनाकर फिट रह सकती हैं।’
योग का कोई नहीं तोड़फिल्म एक्ट्रेस लारा दत्ता भी प्रेग्नेंट हैं और जल्द ही मां बनने वाली हैं। डिलिवरी से पहले से ही लारा योग की नियमित क्लासेज ले रही हैं, ताकि डिलिवरी नॉर्मल हो औैर उनकी फिटनेस भी सही रहे। लारा ने तो इसकी सीडी भी तैयार करवाई है ताकि इसका लाभ और लोग भी लें। कुछ बड़े हॉस्पिटल इस तरह कीक्लासेज उपलब्ध करवा रहे हैं, जहां आपको डिलिवरी से संबंधित सारी बातें बताई जाती हैं। डाइटिशियन शिखा शर्मा कहती हैं, ‘मैं अपने अनुभव से कह सकती हूं कि योग ही अकेला ऐसा सुरक्षित तरीका है, जो आपको फिट रहने में मदद करता है। बाकी वर्कआउट से आपको थकान हो सकती है, पर इससे नहीं। यह तन व मन दोनों को स्वस्थ रखता है। इसका असर बच्चे के विकास पर भी होता है। योग आप प्रेग्नेंसी के दौरान भी कर सकती हैं और इसके तुरंत बाद भी, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेकर। यह न केवल आपको चुस्त रखता है, बल्कि प्रेग्नेंसी संबंधी समस्याओं को काफी हद तक कम भी करता है।’
सही डाइट, डाइटिंग नहींस्लिम-ट्रिम दिखने का मतलब यह कतई नहीं है कि आप जरूरी पोषक तत्वों को अपनी डाइट से निकाल फेंकें। डिलिवरी के बाद आपको और भी ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है, क्योंकि तब आप अपने बच्चे को फीड कर रही होती हैं। ऐसे में उसे भी जरूरी पोषक तत्व चाहिए। स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जरूरी मिनरल्स, विटामिन्स, फाइबर के साथ कितना आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन आपके लिए जरूरी है, यह जानने के लिए अपने डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह जरूर लें। कार्बोहाइड्रेट कितना लेना है और कब नहीं, यह भी जानें। जो डाइट दूसरे को फायदा दे रही हो, वह आपको भी फायदा पहुंचाए यह कतई जरूरी नहीं है। दूसरी तरफ लो-कैलोरी डाइट लेने का भी यह अर्थ नहीं कि आप उसे असीमित मात्रा में खा सकती हैं। ज्यादा भूखे रहने पर भी शरीर को इसकी आदत हो जाती हैं, इसलिए न कम खाना अच्छा है, न ही ज्यादा। यह बात हमेशा ध्यान रखिए कि डाइटिंग से वजन तो कम होता है, लेकिन शरीर में पानी और मसल्स दोनों की कमी हो जाती है। नतीजा होता है आलस, सिरदर्द और एकाग्रता में कमी, जो आपकी कार्यशैली को भी प्रभावित करती है।
कब और क्या करेंशिखा शर्मा कहती हैं,‘शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखना है, तो संतुलित डाइट लेना बेहद जरूरी है। समय का अभाव है, यह बहाना कर जंक फूड को प्राथमिकता देना सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं तो और क्या है? हेल्दी खाना न सिर्फ शरीर को फिट रखता है, बल्कि मन को भी स्वस्थ रखता है। ब्रेकफास्ट में जूस या अन्य मौसमी फल ले सकती हैं। रात का खाना हमेशा सोने से दो घंटे पहले ही लें। प्राणायाम और वॉक रोज करें। डिलिवरी के बाद कौन-सी एक्सरसाइज कब-कब करनी चाहिए और कितनी देर यह सब जानने के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूरी है। इस तरह फिटनेस से भरपूर मातृत्व आपके जीवन की खुशियों को बढ़ा देगा।’