Saturday, March 28, 2009

5 ऐसी गलतियाँ जो पुरूष बेडरूम में आम तौर पर करते हैं

यह सही है कि पुरूषों और महिलाओं की सेक्सुअल ईच्छाएँ और चरमोत्कर्ष तक पहुँचने में लगने वाला समय अलग अलग होता है. लेकिन इन असमानताओं की बीच संतुलन साध पाने से हमारा सेक्स जीवन सुखमय बन सकता है.

पुरूष महिलाओं की अपेक्षा सेक्स के प्रति अधिक सवेंदनशील होते हैं, इसलिए वे आम तौर पर कुछ ऐसी गलतियाँ करते हैं, जिनसे बचा जाना चाहिए.
प्रेम की शुरूआत तुरंत ही नही होती:
इस बात का ध्यान रखें कि कही आप अपनी साथी/पत्नी के साथ जबरदस्ती तो नहीं कर रहे. चुँकि पुरूष महिलाओं की अपेक्षा तेजी से उत्तेजित होते हैं, इसलिए वे प्रेम की अपेक्षा सेक्स को अधिक महत्व देने लग जाते हैं. यह बात ध्यान मे रखने जैसी है कि सेक्स भी प्रेम का ही एक हिस्सा है, उससे अलग नहीं है.
इसलिए अपने बेडरूम के माहौल को प्रेममय बनाए रखें. अपनी साथी / पत्नी के साथ मित्रतापूर्ण और प्रेम भरा व्यवहार करें. उन्हें समय दें और प्रेमवत बातें करें.
फोरप्ले बेहद जरूरी: महिलाएँ पुरूषों की अपेक्षा धीरे धीरे उत्तेजित होती है. इसलिए पुरूषों के लिए जरूरी है कि वे अपनी उत्तेजना को काबु मे रखें और अपनी साथी को उत्तेजना प्राप्त करने का समय दें. सेक्स में लिप्त होने से पहले फोरप्ले बेहद जरूरी होता है.
कई मनौविज्ञानी तो फोरप्ले को सेक्स से भी अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं. यदि आप लम्बे समय तक फोरप्ले में मग्न रहते है आपको तथा आपकी मित्र को पूर्ण संतुष्टि का अनुभव होता है.
आपकी पत्नी पोर्नस्टार नही है: ध्यान रखें की पोर्न फिल्में छलावे से अधिक कुछ नहीं होती. उन फिल्मों मे दिखाई जा रहे दृश्य फिल्माए गए होते हैं और वास्तविक नहीं होते हैं. इसलिए उन फिल्मों के पात्र जो अभिनय करते हैं वैसी ही अपेक्षा हम अपने मित्र से नहीं रख सकते.
आपकी साथी को पोर्नस्टार के रूप मे ना देखें और ना ही उनसे अनेपक्षित उम्मीदें रखें. जो क्रिडाएँ आपके साथी को रूचीकर ना लगे वे क्रिडाएँ करने के लिए उन्हें बाधित ना करें. क्योंकि सेक्स आखिरकार दोनों व्यक्तियों की व्यक्तिगत रूचि का मामला है.
अपनी साथी को भी मौका दें:
सेक्स के दौरान खुद में इतना ना खो जाएँ कि आपकी साथी / पत्नी को यह अहसास होने लग जाए कि आपको सिर्फ आपकी संतुष्टि से प्यार है उनसे नही. अपनी पत्नी को भी समय दें और उन्हें मनचाही क्रिडाएँ करने दें. सिर्फ अपनी नहीं बल्कि दोनों की संतुष्टि का ख्याल रखें.
एक चरमोत्कर्षी के बाद दूसरी:
पुरूषों के लिए यह सरल है लेकिन महिलाओं के लिए नहीं. पुरूष एक बार चरमोत्कर्षी प्राप्त करने के बाद तुरंत ही फिर से सेक्स में लिप्त हो सकते हैं, परंतु महिलाओं की बायोलोजी ऐसी नहीं होती है. उन्हें उत्तेजित होने और सेक्स का आनंद उठाने के लिए तैयार होने में समय लगता है.
इसलिए एक बार चरमोत्कर्ष प्राप्त करने के बाद विश्राम करें और तुरंत ही दूसरी बार सेक्स में लिप्त ना हो जाएँ. इसके विपरित दोनों की चरमोत्कर्षी के बाद अपनी पत्नी के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करने से आप दोनों को मानसिक शांति मिलेगी.

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