Saturday, March 28, 2009

दुश्मन की जगह बताएगा कमाल का हेल्मेट


दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है और सेना के जवान अपने दुश्मनों का ठिकाना ढूंढ रहे हैं. सैनिकों के दल के पास खुद के पीडीए फोन हैं.

एक सैनिक अपने पीडीए फोन में मौजूद त्रिआयामी नक्शा देखता है. दुश्मन की तरफ से एक गोली छूटती है जो उसके पास से गुजर जाती है और इसके साथ ही त्रिआयामी नक्शे पर दुश्मन का चित्र उभर आता. अब उस सैनिक को पता है कि गोली चलाने वाला व्यक्ति उससे कितना दूर है और किस दिशा में है.
यह कोई कम्प्यूटर खेल नहीं है, बल्कि इसे “शूटर लोकेशन सिस्टम” कहते हैं और इस सिस्टम को अमेरिका की वांडरबिट विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने बनाया है. यह सिस्टम युद्धक्षैत्र में लड रहे सैनिकों के लिए अति उपयोगी है.
यह कैसे काम करता ह?
इस सिस्टम में सभी सैनिकों के पास अपना अपना पीडीए फोन होता है. इसके अलावा उनके हेल्मेट पर कई सारे “स्मार्ट नोड्स” लगे होते हैं जो दुश्मन की गतिविधि का पता लगा लेते हैं. जैसे ही कोई दुश्मन गोली छोड्ता है. उसके राइफल से दो तरह की ध्वनि तरंगे निकलती है.

एक बंदूक की नली से आती है और एक गोली की खूद की आवाज़ होती है. सामने वाले सैनिक के हेल्मेट पर लगे स्मार्ट नोड्स इन अलग अलग ध्वनि तरंगो की पहचान कर लेते हैं और दुश्मन के स्थान का पता लगा लेते हैं. यह सिस्टम पूरी तरह से ध्वनि तरंगों पर आधारित होता है. इसलिए जितनी अधिक आवाजें उसे प्राप्त होती है उतनी ही अच्छी तरह से वह दुश्मन के स्थान का पता लगाता है.
उसके बाद का कार्य उस सैनिक का होता है.

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