ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टरों ने कमजोर स्पर्म वाले 118 रोगियों के बीच यह स्टडी की है। उन्होंने पाया कि एक सप्ताह तक नियमित सेक्स से इन लोगों के स्पर्म में क्षतिग्रस्त डीएनए की संख्या में काफी कमी आ गई। इससे पहले के रिसर्चों में बताया जा चुका है कि मजबूत स्पर्म से गर्भधारण की क्षमता बढ़ जाती है। सात दिनों के नियमित सेक्स के बाद डॉक्टरों ने पाया कि 81 पर्सेंट रोगियों में क्षतिग्रस्त स्पर्म की संख्या 12 पर्सेंट तक कम हो गई थी।
बहुत से एक्सपर्ट टेस्ट ट्यूब तकनीक यानी इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन से पहले सेक्स न करने की सलाह देते हैं ताकि स्पर्म काउंट बढ़ जाए। स्पर्म को हेल्दी बनाने के दूसरे तरीके भी हैं, मसलन-स्मोकिंग न करें, शराब का सेवन कम से कम करें, एक्सरसाइज करें या एंटीऑक्सीडेंट लें।
डॉ. डेविड ग्रीनिंग ने स्टडी का सार बताते हुए कहा कि बच्चे की प्लानिंग कर रहे कपल्स को मैं ज्यादा सेक्स करने की सलाह देता हूं। उन्होंने कहा कि कुछ उम्रदराज लोग इससे चिंतित हो सकते हैं लेकिन युवा मेरी सलाह से काफी खुश होंगे।
सवाल यह है कि ज्यादा सेक्स करने से स्पर्म मजबूत कैसे हो सकता है? इस बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादा दिनों तक स्पर्म के शरीर में रहने से इसके कमजोर पड़ने की आशंका रहती है जबकि सेक्स करने से यह शरीर से बाहर निकल जाता है। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्रीनिंग का रिसर्च संभावनाएं जगाता है लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं है कि रोज़ सेक्स करने से ऐसे कपल्स को भी फायदा होगा जिन्हें फर्टिलिटी से जुड़ी कोई समस्या है।
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