“आज बहुत सिरदर्द हो रहा है, आज नहीं” – आम तौर पर माना जाता है कि शयनकक्ष में यह जूमला महिलाएँ इस्तेमाल करती हैं. परंतु एक सर्वे से पता चला है कि इस तरह के बहाने पुरूष भी बनाते हैं और ऐसे पुरूषों की संख्या लगातार बढ रही है.
दुनिया मे पुरूषों का सेक्स के प्रति उदासीन रवैया बढ रहा है. मेनस हैल्थ फोरम द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला कि 18 से 59 वर्ष की आयु के बीच के 15% पुरूषों ने स्वीकार किया कि उन्हें सेक्स में अब रूचि नहीं रही.
यह दर आज से 10 साल पहले 40% तक कम थी. यानी महज पिछले 10 सालों मे ही पुरूषों में मानसिक रूप से भारी बदलाव आया है.
इस रपट के अनुसार दुनिया भर के पुरूषों मे सेक्स के प्रति बढ रहे उदासीनता के भाव की कई वजहें है, जिनमे प्रमुख है महिलाओं का बदल रहा सामाजिक उत्तरदायित्व. अधिकाधिक महिलाएँ अब व्यवसायिक उद्यम अपना रही हैं और इसकी वजह से युगल अत्यधिक व्यस्त होते जा रहे हैं और एक दूसरे को कम समय दे पाते हैं.
दुसरी बडी वजह है इंटरनेट, टीवी और पत्रिकाओं मे सेक्स आधारित सामग्री का आसानी से उपलब्ध होना. आसानी से उपलब्ध सेक्स आधारित सामग्रियों से पुरूषों मे ऊब की भावना बढ रही है. तीसरी सबसे बडी वजह आज का तनावपूर्ण जीवन और बढ रही मँहगाई है. हर समय तनाव मे रहने वाला व्यक्ति सेक्स के प्रति उदासिन हो जाता है.
ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों मे यह दर और भी अधिक है क्योंकि वहाँ पुरूष तनाव को दूर भगाने के लिए शराब जैसी वस्तुओं का अधिक सेवन करते हैं और इससे उनका सेक्स जीवन भी प्रभावित हुए बिना नही रहता.
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