सेक्सोलॉजिस्ट और रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. राजन भोंसले कहते हैं, 'किसी भी महिला के लिए प्रेग्नंट होना बिल्कुल अलग अहसास होता है। बच्चा उसके अपने ही शरीर का एक हिस्सा होता है, इसलिए मां और बच्चे में काफी इमोशनल जुड़ाव होता है। ऐसे में कई बार बच्चे की वजह से सेक्सुअल रिलेशन लो प्रायारिटी पर आ जाते हैं। मां बनने के बाद बच्चे की सेहत का ख्याल रखना किसी भी मां की पहली प्रायारिटी होती है। रिलेशनवाइज भी देखा जाए, तो मां बनने के बाद महिला की जिम्मेदारियों में बढ़ोतरी हो जाती है। इसलिए ज्यादातर मांएं अपनी एनर्जी को पूरी तरह बच्चे का ध्यान रखने में लगाती है। यही वजह है कि वे सेक्स लाइफ पर इतना ध्यान नहीं दे पाती।'
लौट आएगी बहार
हालांकि जब बच्चा कुछ महीने का हो जाता है, जो महिलाएं दोबारा से प्रेग्नंसी से पहले वाली कंडिशन में आ जाती हैं। उन्हें दोबारा से मासिक धर्म होने लगता है और उनके भीतर सेक्स करने की इच्छा दोबारा से जोर मारने लगती है। यह अपनी सेक्स लाइफ को दोबारा से एक्टिव करने का बिल्कुल सही समय है। डॉ. भोंसले बताते हैं, 'कई बार महिलाओं को लगने लगता है कि सेक्स का परपज सिर्फ पेग्नंट होना है, वे भूल जाती हैं कि इसका मेन परपज शादीशुदा कपल के संबंधों में ताजगी बनाए रखना है। कई बार हसबेंड भी बच्चे के जन्म के तुरंत बाद अपनी वाइफ पर सेक्स करने के लिए प्रेशर डालने लगते हैं। उन्हें भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इससे न सिर्फ महिला को परेशानी हो सकती है, बल्कि उसे सेक्स के प्रति अरुचि भी हो सकती है।'
बनाए रखें रोमांस
रिलेशनशिप काउंसिलर और साइकॉलजिस्ट रचना कोठारी का मानना है कि लव सिर्फ फिजिकल होने की बजाय इमोशनल, स्प्रिचुअल, साइकॉलजिकल भी होना चाहिए। इससे कपल्स को प्रेग्नंसी जैसे वक्त में अपने रिश्तों की गर्मी बरकरार रखने में मदद मिलती है। रचना कहती हैं, 'माना कि बच्चा होने के बाद पैरंट्स की जिम्मेदारी बढ़ जाती है, लेकिन बावजूद इसके उन्हें साथ में कुछ क्वॉलिटी टाइम बिताने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चे की बर्थ के तुरंत बाद आप बिना रिलेशन बनाए सिर्फ फोरप्ले से ही अपने सेक्स रिलेशन जवां बनाए रख सकते हैं। चाहें तो बैडरूम में म्यूजिक चलाकर और फ्लावर लगाकर रोमांटिक माहौल बना सकते हैं। इस तरह थोड़े वक्त बाद जब आपकी वाइफ के हॉर्मोन में चेंज आएगा, तो आपकी सेक्स लाइफ आसानी से पटरी पर लौट आएगी।' बच्चे के जन्म के बाद कई महिलाओं को वैजाइना में ढीलेपन की शिकायत हो जाती है। ऐसे में एक्सरसाइज या योगा की मदद से आप अपनी मसल्स को दोबारा से चुस्त कर सकती हैं। कुछ हफ्तों की एक्सरसाइज या योगा प्रैक्टिस के बाद आपकी सेक्स लाइफ में दोबारा से बहार लौट आएगी।
क्या आप जानते हैं?
कई बार बच्चे के जन्म को आसान बनाने के लिए डिलिवरी के वक्त एप्सिटॉमी नाम की छोटी सी सर्जरी की जाती है। यह एक छोटा सा ऑपरेशन है, जिसके तहत बच्चे को आसानी से बाहर निकालने के लिए वैजाइना को थोड़ा बड़ा किया जाता है। कई बार इस ऑपरेशन की वजह से इंटरकोर्स करते वक्त परेशानी या दर्द होता है। हालांकि अगर आप सावधानी बरतें, तो 6 से 8 हफ्ते में इस सर्जरी का असर खत्म हो जाता है और वैजाइना अपनी पुरानी शेप में लौट आती है।
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